लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के गोमतीनगर कार्यालय में गुरुवार को आयोजित जनता अदालत में कई अजीबोगरीब और गंभीर मामले सामने आए. इनमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवंटित फ्लैट के पास कब्रें होने, कर्मचारियों की बिना सूचना नौकरी से निकाले जाने, और दशकों पुरानी योजनाओं में कब्जा न मिलने जैसी शिकायतें शामिल रही.
एक फरियादी ने तो गुस्से में अधिकारियों से यह तक कह दिया कि अगर समस्या का समाधान नहीं कर सकते, तो गोली मार दो या फांसी चढ़ा दो. मोहन रोड, मौंदा निवासी जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बसंतकुंज योजना के सेक्टर-डी, प्लॉट नंबर 47/8 में फ्लैट आवंटित हुआ था. रजिस्ट्री के बाद जब वह जनवरी 2025 में परिवार के साथ वहां रहने पहुंचे, तो घर के ठीक सामने तीन पक्की कब्रें देखकर उनकी पत्नी और बच्चे दहशत में आ गए. डर के मारे परिवार ने वहां रहने से इनकार कर दिया.