देश में लगातार डिजिटल ट्रांजेक्शन बढ़ रहा है, लेकिन इस बीच ATM से भी कैश की रिकॉर्ड निकासी बढ़ रही है. इसके साथ ही देशभर में बैंकों ने अपनी ब्रांच का विस्तार भी तेजी से किया है. आरबीआई डेटा के मुताबिक 2021-22 में देश में 1,30,176 बैंक ब्रांच थीं. 2024-25 तक इनकी संख्या 9.3% बढ़कर 1,42,359 हो गईं. इस दौरान एटीएम से निकासी 6% बढ़कर करीब 31 लाख करोड़ रुपए हो गई, लेकिन इस सबके बीच लगातार बैंक अपने ATM की संख्या को घटा रहे हैं. अब सवाल उठता है कि आखिर बैंक किस वजह से ATM की संख्या घटा रहे हैं, जबकि बैंकों की ब्रांच और ATM से कैश निकासी लगातार बढ़ रही है. इसी सबके बारे में हम आपको यहां विस्तार से बता रहे हैं.
5 साल में घटे कितने ATM?
देश में बेशक पिछले 5 साल में बैंकों की ब्रांच की संख्या 1,30,176 से बढ़कर 1,42,359 हो गई है, लेकिन इस दौरान देशभर में बैंकों ने बहुत बड़ी संख्या में ATM बंद किए हैं. RBI के डेटा के अनुसार 2022-23 से 2024-25 के बीच देश में करीब 5 हजार एटीएम घट गए हैं. आपको बता दें सरकारी, प्राइवेट और विदेशी बैंकों के स्वामित्व वाले एटीएम की संख्या 2020-21 में 2, 11,332 थी. 2022-23 में इनकी संख्या बढ़कर 2, 16,629 तक पहुंच गई, लेकिन 2024-25 में ये घटकर 2,11,656 पर आ गई.