Today – July 21, 2025 6:28 pm
Facebook X-twitter Instagram Youtube
  • होम
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
      • उत्तरकाशी
      • अल्मोड़ा
      • ऊधमसिंह नगर
      • चमोली
      • चम्पावत
      • टिहरी गढ़वाल
      • देहरादून
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • पौड़ी गढ़वाल
      • बागेश्वर
      • रूद्रप्रयाग
    • दिल्ली/NCR
    • छत्तीसगढ़
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • मध्य प्रदेश
  • देश
  • विदेश
  • अपराध
  • मनोरंजन
  • धर्म -ज्ञान
  • खेल
  • स्वास्थ्य
  • होम
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
      • उत्तरकाशी
      • अल्मोड़ा
      • ऊधमसिंह नगर
      • चमोली
      • चम्पावत
      • टिहरी गढ़वाल
      • देहरादून
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • पौड़ी गढ़वाल
      • बागेश्वर
      • रूद्रप्रयाग
    • दिल्ली/NCR
    • छत्तीसगढ़
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • मध्य प्रदेश
  • देश
  • विदेश
  • अपराध
  • मनोरंजन
  • धर्म -ज्ञान
  • खेल
  • स्वास्थ्य
Ad Space Available by aonenewstv
Home मध्यप्रदेश

शहडोल से शर्मनाक तस्वीर: बच्चों की थाली में परोसी जा रही ‘पानी वाली दाल’, सब्जी में ढूंढे नहीं मिला रहा आलू

News room by News room
July 12, 2025
in मध्यप्रदेश
0
Share Now

शहडोल। मध्यप्रदेश सरकार बच्चों के पोषण के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। शहडोल जिले से सामने आई एक तस्वीर ने फिर एक बार सरकारी योजनाओं की जमीनी सच्चाई को उजागर कर दिया है। मामला ब्यौहारी ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय बराबघेलहा का है, जहां बच्चों की थाली में ‘मध्यान्ह भोजन’ के नाम पर सिर्फ़ पीला पानी और कुछ आलू के टुकड़े परोसे जा रहे हैं। इस शर्मनाक हालात का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि बच्चों की थाली में जो दाल दी जा रही है, वह इतनी पतली है कि यह तय करना मुश्किल है कि वह वास्तव में दाल है, सब्जी है या सिर्फ़ रंगीन पानी।

Ad Space Available by aonenewstv

जिले के अंतिम छोर ब्यौहारी ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय बराबघेलहा से एक बेहद ही चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां बच्चों की थाली में जिस दाल को परोसा गया है, वह इतनी पतली है कि ये तय कर पाना मुश्किल है कि वह दाल है या कोई सब्ज़ी, हल्के पीले रंग के उस तरल पदार्थ में बमुश्किल कुछ आलू के टुकड़े दिख रहे हैं, बाकी सिर्फ़ पानी, यह दृश्य न केवल पोषण की अनदेखी दर्शाता है, बल्कि शासकीय योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार की भी पोल खोलता है।

मध्यान भोजन के नाम पर बच्चों को सिर्फ़ पानी और हल्का पीला रंग दिया जा रहा है। ये दाल है भी या कोई सब्जी या फिर सिर्फ़ पानी में तैरते चंद आलू के टुकड़े, तस्वीरें साफ़ बता रही हैं कि किस तरह मासूम बच्चों की थाली में परोसी जा रही है पोषण आहार , इसे  कोई दाल कहे या सब्ज़ी, हकीकत में वो भूख और अपमान का ज़हर है।इस पूरे मामले में क्वालिटी मॉनिटर, मध्यान्ह भोजन योजना, जिला पंचायत शहडोल आभा खरे का कहना है कि यदि मध्यान भोजन में गड़बड़ी हुई है तो मामले की जांच कराई जाएगी।


Share Now
Ad Space Available Reach 2M+ readers / month
Book Now
Previous Post

भोपाल में पार्क में हुए मामूली विवाद में चाकू मारकर युवक की हत्या, दोस्तों के साथ युवती को समझाने गया था मृतक

Next Post

मुख्यमंत्री मोहन ने क्षिप्रा में लगाई आस्था की डुबकी, बाबा महाकाल का पूजन कर प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की

Next Post

मुख्यमंत्री मोहन ने क्षिप्रा में लगाई आस्था की डुबकी, बाबा महाकाल का पूजन कर प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की

  • Home
  • About
  • Contact
  • Privacy Policy
Facebook X-twitter Instagram Youtube

Powered by AMBIT +918825362388