केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में हर वर्ग और समाज के विकास तथा तरक्की पर फोकस किया गया. पिछले 11 सालों में, केंद्र सरकार ने केंद्रीय स्तर पर अधिसूचित 6 अल्पसंख्यक समुदायों (मुस्लिम, ईसाई, सिख, पारसी, बौद्ध और जैन) के समावेशी विकास को बढ़ावा देने का काम किया है, साथ ही सामाजिक और आर्थिक अंतर को पाटने की दिशा में कई अहम कदम भी उठाए हैं. सरकार ने देश में अल्पसंख्यकों के कल्याण से जुड़ी कई योजनाएं भी शुरू की.
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम की ओर से 10 मार्च 2025 तक 1,74,148 से अधिक लाभार्थियों को 752.23 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की गई. जबकि 2014-15 में, 431.20 करोड़ रुपये वितरित किए गए. इसी तरह जियो पारसी योजना के जरिए वित्त वर्ष 2024 में 3 करोड़ रुपये जारी किए गए, जिससे शुरुआत से अब तक 400 से अधिक पारसी बच्चों के जन्म में समर्थन दिया जा सका.