संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया है. इस बीच विपक्षी सांसदों ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान देने की मांग पर हंगामा किया गया है. संसद के ऊपरी सदन यानी राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम अटैक को लेकर सवाल पूछे हैं, जिसका जवाब बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिया है. उन्होंने दावा किया है कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तैयार है और इसके पहलू को देश और दुनिया के सामने रखा जाएगा.
राज्यसभा में खरगे ने कहा, ‘मैंने पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद की स्थिति पर नियमों के मुताबिक सदन में नोटिस दिया है. पहलगाम आतंकी हमला 22 अप्रैल को हुआ था और उसे अंजाम देने वाले आतंकी आज तक न पकड़े गए और न मारे गए. पहलगाम में चूक हुई है, इस बात को खुद जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने स्वीकार किया है. हमने देश में एकता रखने के लिए और सेना को मजबूती देने के लिए सरकार को बिना किसी शर्त के समर्थन दिया था. ऐसे में हम सरकार से जानना चाहते हैं कि पूरी स्थिति क्या है?’
ट्रंप का बार-बार बोलना देश का अपमान- खरगे
उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), उप सेना प्रमुख और हमारे एक वरिष्ठ डिफेंस अधिकारियों ने कुछ खुलासे किए हैं. पहलगाम में इंटेलीजेंस फेल्योर है, ये खुद सरकार के लोग बोल रहें. हमको ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूरी जानकारी चाहिए. इसके अलावा, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर भी सरकार अपना रुख स्पष्ट करे, क्योंकि उन्होंने एक बार नहीं, बल्कि 24 बार दावा किया है कि मैंने सीजफायर करवाया. ये देश के लिए अपमानजनक बात है. दो महीने पहले भी हमने विशेष सत्र की मांग की थी. अब जब हम मिल रहे हैं तो हम चाहते हैं कि पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर, हमारी सुरक्षा चूकों और फॉरेन पॉलिसी पर दो दिन की बहस होनी चाहिए.’
नड्डा ने क्या-क्या कहा?
वहीं, खरगे के बयान पर बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने उन्हें जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि नियम 267 के तहत नोटिस दिया था, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बारे में और पहलगाम हमले पर खरगे बोलने लगे. हम चर्चा हर तरीके से करेंगे, सारे तथ्य रखे जाएंगे. इस तरह का ऑपरेशन पीएम मोदी के तृत्व में हुआ है जो पहले कभी नहीं हुआ. नड्डा ने कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी के हंगामा करने पर टोकते हुए कहा कि शब्द में अपनी ताकत होती है चिल्लाने की जरूरत नहीं है.