पंजाब में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है तथा दोपहर के समय भी ऐसी स्थिति बनी हुई है, जिसके जारी रहने की संभावना है, जिसके कारण लोग दोपहर के समय घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। सके साथ ही शहर की सड़कें खाली हैं तथा बाजारों में भी रौनक नजर आ रही है। जून के पहले सप्ताह में शहर में लोगों को भीषण गर्मी का अहसास हो रहा है और दोपहर के समय लू चलने की स्थिति बनी हुई है, इसके साथ ही सड़कों पर सुनसान स्थिति बनी हुई है, जिसका नकारात्मक असर व्यापार पर पड़ रहा है।
दोपहर के समय शहर में दोपहिया वाहनों की संख्या काफी कम रही, इक्का-दुक्का कार आदि ही नजर आईं, क्योंकि कारों में लोगों के पास ए.सी. था। इसी तरह बसों में भी दोपहर के समय यात्रियों की संख्या काफी कम रही। बस स्टैंडों पर रौनक गायब रही और लोग भीषण गर्मी से बचते नजर आए। कुल मिलाकर इस गर्मी का असर आम लोगों पर ही नहीं बल्कि पशुओं पर भी देखने को मिल रहा है। शहर में पशु भी सिर्फ छायादार व ठंडे स्थानों पर बैठे नजर आए।
क्या कहती है स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी
प्रशासनिक अधिकारियों व सिविल सर्जन डा. स्वप्नजोत कौर ने जिलावासियों को सचेत करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में गर्मी काफी बढ़ गई है। गर्मी बढ़ने के कारण बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि उन्हें तेज धूप और लू से बचाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गर्मी और लू से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है, जो इस प्रकार है।
लू या हीटस्ट्रोक के लक्षण
इस अवसर पर सिविल सर्जन ने अपील करते हुए कहा कि गर्मी बढ़ने के साथ ही हम सभी को बुजुर्गों और बच्चों के प्रति अधिक संवेदनशील होने की जरूरत है ताकि उन्हें तेज धूप और लू से बचाया जा सके। उन्होंने गर्मी और लू से होने वाली बीमारियों के लक्षणों का जिक्र करते हुए कहा कि बेहोशी, मांसपेशियों में ऐंठन, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, अत्यधिक पसीना आना, चक्कर आना, जी मिचलाना, उल्टी, सांस और हृदय गति का तेज होना, शरीर का तापमान अधिक होना आदि लू या हीटस्ट्रोक के लक्षण हो सकते हैं।
प्राथमिक उपचार के तौर पर ये उपाय करें
उन्होंने कहा कि यदि ऐसा कोई लक्षण दिखे तो प्राथमिक उपचार के लिए पीड़ित को छाया में ले जाएं, उसके शरीर के सभी कपड़े ढीले कर दें, पैरों को थोड़ा ऊपर उठाकर लिटा दें, पंखा चलाकर हवा थोड़ी बढ़ा दें, नल के पानी से पोंछ दें, यदि बच्चा थोड़ा होश में या सचेत है तो उसे ठंडा पानी पिलाएं।
गर्मी व लू से ऐसे करें बचाव
खुद को गर्मी व लू से बचाने के लिए जानकारी साझा करते हुए उन्होंने बताया कि हमें खास तौर पर तब सावधान रहना चाहिए जब बच्चे धूप में बहुत चलते हैं, या धूप में खेल रहे होते हैं।
खुद को गर्मी व लू से बचाने के लिए जितना हो सके तरल पदार्थ पीने चाहिए।
खुद को अच्छी तरह से ढककर रखना चाहिए।
खुद को धूप में खेलने से बचना चाहिए और कार में बैठकर कार को बंद नहीं करना चाहिए।
गर्मी के मौसम में तले हुए और बाहर के खाने से बचें और बासी खाना न खाएं। किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए हैल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क करें।