पटियाला/रखड़ा: पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के नेतृत्व में राज्य के स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने, विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने और उनके व्यक्तिगत विकास को नया आयाम देने के लिए नए प्रयास शुरू किए जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत 1 जुलाई को सभी सरकारी स्कूलों में “आओ स्कूल चलें” कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसके तहत गर्मी की छुट्टियों के बाद विद्यार्थियों का स्कूलों में जोश और उत्साह से स्वागत किया जाएगा। इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि गर्मी की छुट्टियों में कोई विस्तार नहीं किया जा रहा।
विशेष कार्यक्रमों का आयोजन:
जिला शिक्षा अधिकारी एवं डिप्टी डीईओ डॉ. रविंदरपाल शर्मा ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी स्कूलों में विशेष गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। विद्यार्थियों का स्कूल में जोशीले स्वागत के साथ उनके लिए खेल, मनोरंजन और ज्ञानवर्धक गतिविधियाँ करवाई जाएंगी, जो उनके मानसिक और भावनात्मक विकास के लिए लाभकारी होंगी।
बच्चों को प्रेरित करने वाले कार्यक्रम:
स्कूलों में विशेष रूप से व्यायाम, गोल घेरा खेल, और गर्मी की छुट्टियों के दौरान विद्यार्थियों द्वारा की गई यात्राओं और अनुभवों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके साथ-साथ, विद्यार्थियों के जीवन के उद्देश्यों पर भी खुली चर्चा करवाई जाएगी, जिससे वे अपने लक्ष्यों पर गंभीरता से ध्यान केंद्रित कर सकें।
डॉक्टर दिवस भी मनाया जाएगा:
1 जुलाई को स्कूलों में “डॉक्टर दिवस” भी मनाया जाएगा। इस अवसर पर विद्यार्थी और शिक्षक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए डॉक्टरों का धन्यवाद करेंगे। विद्यार्थियों को डॉक्टरों के योगदान के बारे में जागरूक किया जाएगा और उनके आभार को व्यक्त करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
निरीक्षण टीमों की तैनाती:
शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्तर पर निरीक्षण टीमें तैनात की जा रही हैं, जो स्कूलों की तैयारियों, विद्यार्थियों की उपस्थिति और अभियान के क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगी। जिला शिक्षा अधिकारी संजीव शर्मा ने सभी स्कूल प्रमुखों से अपील की है कि वे विद्यार्थियों के लिए आनंददायक वातावरण बनाएं, प्रेरणादायक चर्चाओं और स्वागत कार्यक्रमों के माध्यम से स्कूल के पहले दिन को यादगार बनाएं।
“आओ स्कूल चलें” एक सकारात्मक पहल:
यह अभियान न केवल विद्यार्थियों को स्कूल की ओर लौटने के लिए प्रेरित करने का उद्देश्य रखता है, बल्कि उनमें नया जोश, नई लगन और पढ़ाई के प्रति रुचि जगाने की कोशिश भी करता है। “आओ स्कूल चलें” जैसे प्रयास स्कूली शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम साबित होंगे।