दसूहा (झावर/नागला): दसूहा में गोलियां चलने का मामला सामने आया है। दरअसल थाना दसूहा के अधीन गांव बुधोबरकत में ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ के तहत कार्रवाई करते हुए दसूहा पुलिस के ए.एस.आई. सरबजीत सिंह और अन्य कर्मचारी जब बुधोबरकत में नशा बेचने संबंधी इस गांव में गए तो इन लोगों की पुलिस से हाथापाई हो गई। इससे पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
इस संबंध में सिविल अस्पताल में भर्ती ए.एस.आई. सरबजीत सिंह ने बताया कि उन्हें 112 नंबर से फोन आया था कि किसी ने उन्हें सूचना दी है कि निरंजन सिंह पुत्र बलकार सिंह निवासी बुधोबरकत, पूर्व सरपंच और अन्य लोग इस गाव में नशा बेच रहे हैं। इसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए वह एक अन्य कर्मचारी सुखदेव के साथ मौके पर पहुंचे। जब वे उनके घर पहुंचे, तो उनसे नशे के बारे में बातचीत हुई।
मौके पर ही मकान मालिक निरंजन सिंह और उसके परिवार के सदस्यों ने उन पर हमला कर दिया और लोग भी इकट्ठा हो गए। मौके पर हालात देखकर अपने बचाव के लिए उन्हें फायरिंग करनी पड़ी। परिणामस्वरूप निरंजन सिंह और भूपिंदर सिंह के पैरों में गोलियां लगीं और हरविंदर सिंह के हाथ में छर्रे लगे। उन्होंने बताया कि लोगों ने उन्हें बंदी बना लिया था।
सूचना मिलने पर थाना प्रमुख दसूहा राजिंदर सिंह मन्हास, डीएसपी दसूहा बलविंदर सिंह जौड़ा अन्य पुलिस दल के साथ मौके पर पहुचे और दोनों कर्मचारियों को उनके चंगुल से छुड़ाया और इसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल दसूहा में भर्ती करवाया। इसके साथ ही घायल निरंजन सिंह पुत्र बलकार सिंह निवासी बुधोबरकत और पूर्व सरपंच भूपिंदर सिंह पुत्र प्यारा सिंह निवासी घइया और हरविंदर सिंह को भी सिविल अस्पताल दसूहा में भर्ती करवाया गया। हरविंदर सिंह को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है और निरंजन सिंह और पूर्व सरपंच भूपिंदर सिंह को जालंधर के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया है।
इस संबंध में जब डीएसपी दसूहा बलविंदर सिंह जौड़ा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत एएसआई सरबजीत सिंह पुलिस पार्टी के साथ गए थे और उन पर संबंधित व्यक्तियों ने हमला कर दिया। इस संबंध में नरंजन सिंह, भूपिंदर सिंह, हरविंदर सिंह समेत चार लोगों और करीब 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जबकि दूसरे पक्ष के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।