हर बीतते साल के साथ देश की धरती गर्म होती जा रही है. साल 2025 के अभी 5 महीने ही गुजरे हैं और गर्मी का प्रकोप ऐसा है कि लोग घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं. अप्रैल 2025 तक 10 से ज़्यादा राज्य पहले ही भीषण हीटवेव का सामना कर चुके हैं. इससे पहले 2024 में गर्मी ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. इसे विश्व स्तर पर सबसे गर्म वर्ष माना गया था. 2010 के बाद 2024 में लोगों को सबसे लंबी गर्मी का अनुभव हुआ था.
पिछले साल कई राज्यों में पूरे महीने दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज़्यादा रहा था, जिससे हीटस्ट्रोक के 44,000 से ज़्यादा मामले सामने आए. एक स्टडी के मुताबिक, गर्मी के कारण, भारत 2030 तक 35 मिलियन जॉब्स को खो सकता है और सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 4.5 प्रतिशत की कमी का अनुभव कर सकता है.