दुनियाभर में सोने को हमेशा से सबसे सुरक्षित निवेश यानी सेफ हैवेन माना जाता है. जब भी वैश्विक स्तर पर संकट के बादल मंडराते हैं जैसे युद्ध, मंदी या भू-राजनीतिक तनाव तो बड़े निवेशक अपने पैसे को सोने में लगाना बेहतर समझते हैं. यही कारण है कि संकट के समय सोने की कीमतें आसमान छूने लगती हैं.
लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है. महज़ दाम बढ़ने या निवेश के डर की बात नहीं है बल्कि अब यूरोपीय देश खुद अमेरिका से अपने सोने की वापसी की मांग कर रहे हैं. क्या ट्रंप की संभावित सत्ता में वापसी इसके पीछे है?