महाराष्ट्र में शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर अब तक कई गंभीर आरोप सामने आ चुके हैं. इस मामले में आरोप है कि राज्य सरकार को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. पूर्व गृहमंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख ने इस घोटाले की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक जांच की मांग की है.
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यभर में शिक्षक भर्ती के नाम पर वर्षों से चल रही धांधली अब खुलकर सामने आ रही है. जानकारी के मुताबिक, हजारों फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर शिक्षकों की नियुक्तियां की गई हैं. हालांकि, नागपुर जिले में कुछ अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, लेकिन घोटाले की जड़ें पूरे राज्य में फैली हुई हैं.