CJI Chandrachud on Manipur Video Case: मणिपुर में दो महिलाओं की निर्वस्त्र परेड कराने का वीडियो सामने आने के बाद से पूरे देश में आक्रोश है। इसके बाद से पश्चिम बंगाल, राजस्थान, बिहार जैसे राज्यों से महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न, मारपीट जैसी घटनाएं अब चर्चा में हैं। इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। अब इस मामले में सोमवार को अदालत में सुनवाई हुई तो चीफ जस्टिस ने केंद्र और मणिपुर सरकार से हिसाब मांग लिया कि अब तक ऐसे कितने मामले सामने आए हैं, सबका हिसाब दिया जाए। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा वीडियो सामने आ गया है, लेकिन महिलाओं के उत्पीड़न का यह अकेला मामला नहीं है। कई और महिलाओं के साथ ऐसा हुआ है। यह अकेली उत्पीड़न की घटना नहीं है।
इस दौरान दोनो महिला जिनके साथ ये दरिंदगी हुई उनका पक्ष रख रहे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि पीड़ितों का कहना है कि केस को मणिपुर से बाहर न भेजा जाए। इसके अलावा वे CBI जांच के भी विरोध में हैं। इस पर केंद्र सरकार की ओर से दलील दे रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि हमने कभी यह बात नहीं कही कि ट्रायल को असम या फिर किसी और राज्य में ट्रांसफर किया जाए। हमने यह कहा है कि केस को मणिपुर से बाहर भेजा जाए। ताकि जांच प्रभावित न हो पाए।