भगवान श्री कृष्ण के चरणों (पदकमल या पादकमल) में 19 प्रमुख चिन्हों का उल्लेख पुराणों और शास्त्रों में मिलता है. ये चिन्ह उनकी दिव्यता, शक्ति और वैश्विक स्वरूप को दर्शाते हैं. ये सभी चिन्ह मिलकर भगवान श्री कृष्ण के पादकमल को दिव्य और पवित्र बनाते हैं. भक्त इन्हें देखकर उनकी लीलाओं, शक्ति और गुणों की अनुभूति करते हैं. भगवान श्री कृष्ण केवल महाकाव्यों और पुराणों में ही नहीं, बल्कि भक्तों के हृदय में भी अपने पवित्र चरणों के माध्यम से विशेष स्थान रखते हैं. उनके चरणों की पूजा, चरणामृत का सेवन और पदकमल दर्शन भक्तों के लिए अत्यंत पुण्यकारी माने जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि श्री कृष्ण के चरणों में कुल 19 अद्भुत चिन्ह मौजूद हैं, जो उनकी दिव्यता, शक्ति और ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रतीक हैं?
श्री कृष्ण के चरणों में छिपे हैं 19 अद्भुत और दिव्य चिन्ह, जो भक्तों के जीवन में आशीर्वाद, सुरक्षा और आध्यात्मिक उन्नति लाते हैं. दाहिने चरण में 11 और बाएं चरण में 8 चिन्ह हैं. प्रत्येक चिन्ह का विशेष महत्व है. कुछ पापों को नष्ट करते हैं, कुछ भौतिक और मानसिक कष्ट दूर करते हैं, और कुछ सीधे भक्त को परमधाम की ओर ले जाते हैं. आइए विस्तार से जानते हैं ये 19 अद्भुत चिन्ह और उनके रहस्य.