हिंदू धर्म में नागों को देवता स्वरूप माना गया है और इनकी आराधना भी की जाती है. धर्म ग्रंथों में नागों से जुड़ी कई पौराणिक कहानियों का वर्णन भी किया गया है. धर्म शास्त्रों में 8 नागों का उल्लेख मिलता है, जिन्हें अष्टनाग कहते हैं. हालांकि, इन 8 नागों में 3 नाग ऐसे हैं जो सबसे शक्तिशाली माने गए हैं. ये तीन नाग हैं- शेषनाग, वासुकी और तक्षक. इन तीनों नागों को लेकर अलग-अलग मान्यताएं और कथाएं मिलती हैं.
शेषनाग कौन थे?
शेषनाग को “अनंत” भी कहा जाता है, इसका मतलब है “जिसका कोई अंत नहीं”. हिंदू धर्म में इन्हें भगवान विष्णु का आसन माना गया है. शेषनाग के हजार फन हैं और वे पृथ्वी का भार अपने सिर पर उठाए हुए हैं.
वासुकी नाग कौन थे?
वासुकी, सभी नागों के राजा माने गए हैं, जो कि भगवान शिव के गले में विराजमान हैं. वासुकी के सौ फन हैं. शेषनाग के बाद इन्हें नागराज बनाया गया और इन्होंने युगों तक नागों पर राज किया.
तक्षक नाग कौन थे?
तक्षक, सभी नागों में सबसे खतरनाक माना जाता है, जिसका उल्लेख महाभारत में मिलता है. मान्यता है कि तक्षक नाग ने राजा परीक्षित को डस लिया था, जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई थी.
शेषनाग
भगवान विष्णु के सेवक:- शेषनाग को भगवान विष्णु का सेवक और “अनंत” भी कहा जाता है, जिसका मतलब है “अनंत” या “जिसका कोई अंत नहीं”.
विष्णु का बिस्तर:- शेषनाग भगवान विष्णु के अनंत (अंतिम) बिस्तर के रूप में जाने जाते हैं, जिस पर श्रीहरि योग निद्रा में विश्राम करते हैं.
ब्रह्मांड का संतुलन:- शेषनाग को ब्रह्मांड के संतुलन का प्रतीक भी माना गया है.
पृथ्वी का भार:- पुराणों में शेषनाग को पृथ्वी को अपने फन पर उठाए हुए दिखाया गया है.
अवतार:- शेषनाग को लक्ष्मण जी और बलराम के रूप में भगवान राम और कृष्ण के अवतारों के जोड़ा गया है.
वासुकी नाग
भगवान शिव के सेवक:- वासुकी को भगवान शिव का प्रिय सेवक और परम भक्त माना जाता है. उन्हें भगवान शिव के गले में लिपटा हुआ दिखाया गया है.
समुद्र मंथन:- धार्मिक मान्यता है कि वासुकी नाग ने समुद्र मंथन के दौरान मंदराचल पर्वत को लपेटने के लिए रस्सी के रूप में किया था.
त्याग और सेवा:- वासुकी को त्याग और सेवा का प्रतीक माना जाता है, क्योंकि उन्होंने समुद्र मंथन के दौरान खुद को समर्पित कर दिया था.
नागों के राजा:- वासुकी को नागों के राजा के रूप में भी जाना जाता है और उन्हें नागलोक का स्वामी माना जाता है.
तक्षक नाग
सबसे घातक:- तक्षक नाग को अपनी शक्ति और विष के लिए जाना जाता है. कहते हैं कि समस्त संसार में इनका विष सबसे घातक है.
उत्पत्ति:- तक्षक नाग की उत्पत्ति कश्यप ऋषि और कद्रू के गर्भ से हुई थी.
निवास:- तक्षक नाग पाताल लोक में रहते थे और उन्हें नागों में सबसे विषैला माना जाता था.
सबसे क्रूर:- तक्षक नाग को नागों में सबसे भयंकर, क्रूर और उड़ने वाला सांप भी बताया गया है.
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार शेषनाग को सबसे शक्तिशाली माना जाता है, क्योंकि वे भगवान विष्णु के साथ जुड़े और ब्रह्मांड का भार उठाए हुए हैं. वासुकी नाग भी शक्तिशाली हैं, लेकिन उनका उल्लेख मुख्य रूप से भगवान शिव के साथ जुड़ा है. तक्षक नाग भी बहुत विषैले और शक्तिशाली हैं, लेकिन उन्हें शेषनाग और वासुकी नाग की तरह देवताओं के साथ नहीं जोड़ा जाता. ऐसे में शेषनाग, तक्षक और वासुकी नाग में, शेषनाग सबसे शक्तिशाली माने बताए गए हैं.