उत्तर प्रदेश के लखनऊ के मलिहाबाद में कैब चालक सर्वेश यादव के मर्डर की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. पुलिस के मुताबिक, शहीद भगत सिंह वॉर्ड प्रथम की पूर्व पार्षद के बेटे और उसके साथियों ने सर्वेश की गोली मारकर हत्या की थी. शव को बाराबंकी के माती में झाड़ियों में फेंक दिया था. पुलिस ने 32 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अब भी फरार है.
डीसीपी नॉर्थ गोपाल कृष्ण चौधरी के मुताबिक, पकड़े गए हत्यारे चिनहट के मटियारी कंचनपुर निवासी सौरभ यादव उर्फ शेरा (पूर्व पार्षद राजेश्वरी यादव का बेटा), विजय यादव और अखिल यादव हैं. फरार आरोपी सीतापुर का अरविंद सिंह उर्फ कालू है. सौरभ ने सात माह पहले 58 हजार रुपये में एक ट्रक ड्राइवर से पिस्टल खरीदी थी, जिसका इस्तेमाल हत्या में किया गया.
20 अगस्त को हुई वारदात
20 अगस्त की दोपहर चारों आरोपी इंदिरा डैम के पास लूट की नीयत से घूम रहे थे. वहां सर्वेश अपनी कैब खड़ी कर बैठे थे. शेरा ने उनसे मटियारी चलने की बात की. सर्वेश के सहमत होने पर अरविंद और अखिल कैब में बैठ गए, जबकि नशे में धुत शेरा ने सर्वेश की जेब से रुपये निकालने की कोशिश की. विरोध करने पर शेरा ने पिस्टल से सर्वेश की कनपटी पर गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. हत्यारों ने सर्वेश की जेब से 1200 रुपये और फोन लूट लिया.
शव को ठिकाने लगाने की साजिश
हत्यारों ने सर्वेश के शव को कैब की अगली सीट पर छोड़कर मौके से फरार हो गए. ढाई घंटे बाद वे वापस लौटे और शव को पिछली सीट पर रखकर माती फ्लाईओवर के पास झाड़ियों में फेंक दिया. कैब को देवा रोड पर खादी ग्रामोद्योग इंटर कॉलेज के पास छोड़कर भाग निकले.
32 दिन बाद खुलासा
21 अगस्त को कैब बरामद होने के बाद भी पुलिस को हत्यारों तक पहुंचने में 32 दिन लगे. 500 सीसीटीवी फुटेज और एक लाख फोन नंबरों की जांच के बाद सर्वेश का फोन दो दिन पहले ऑन होने पर पुलिस को सुराग मिला. सर्विलांस की मदद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उनकी निशानदेही पर कंकाल बरामद हुआ. कंकाल का डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा.
परिवार पर टूटी मुसीबत
सर्वेश के परिवार में माता-पिता, पत्नी सुषमा, दो बेटे अखिल, निखिल और बेटी आनवी हैं. परिवार की पूरी जिम्मेदारी सर्वेश पर थी। उनकी हत्या की खबर से परिवार सदमे में है. डीसीपी नॉर्थ ने खुलासे में अहम भूमिका निभाने वाली टीम को 15 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है.