कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण की ‘भगवा आतंकवाद’ के स्थान पर ‘सनातनी या हिंदू आतंकवादी’ शब्द के प्रयोग का सुझाव देने वाली टिप्पणी और एनसीपी (शरद पवार) विधायक जितेंद्र आव्हाड के ‘सनातनी आतंकवाद’ संबंधी टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में विवाद उत्पन्न हो गया है. इसको लेकर नितेश राणे ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है.
नितेश राणे ने कहा कि क्या जितेंद्र आव्हाड भूल गए हैं कि वे खुद भी हिंदू हैं? वे हिंदू होते हुए भी हिंदू धर्म की आलोचना करते रहते हैं. वे कहते हैं कि सारे नालायक लोग हिंदू धर्म में ही पैदा होते हैं. क्या शरद पवार और सुप्रिया सुले को जितेंद्र आव्हाड की यह मानसिकता स्वीकार है? अगर कोई हिंदू होकर सनातन धर्म को बदनाम कर जिहादी मानसिकता वाले मतदाताओं को खुश करने का काम कर रहा है, तो ऐसे लोगों की कड़ी निंदा होनी चाहिए.