ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर पंजाब बीजेपी की सोशल मीडिया पोस्ट ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। घल्लूघारा सप्ताह के मौके पर पार्टी द्वारा जारी की गई एक पोस्ट में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गए लोगों को ‘शहीद’ बताया गया, हालांकि इस पोस्ट को बाद में डिलीट कर दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने इस ऑपरेशन से जुड़ी कुछ तस्वीरें भी साझा की थीं।
BJP ने क्या किया Post
पंजाब भाजपा ने फेसबुक पेज पर पोस्ट डाल लिखा,” 1 जून 1984 ‘ ऑपरेशन ब्लू स्टार’ के दौरान कांग्रेस सरकार द्वारा दरबार साहिब पर किए गए हमले के पहले दिन बलिदान हुए लोगों को प्रणाम। यह पोस्ट भाजपा की विचारधारा के विपरीत था। भाजपा ने मारे गए लोगों को आज तक बलिदानी नहीं बताया। पोस्ट के वायरल होते ही राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। बढ़ते विरोध के बीच पंजाब बीजेपी ने यह पोस्ट अपने सोशल मीडिया अकाउंट से हटा दी है, लेकिन मामला अब भी गर्माया हुआ है। आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब पंजाब बीजेपी ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की बात की हो, पहले भी कई बार इस हमले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा चुकी है लेकिन उन्होंने इससे पहले भाजपा ने कभी इस ऑपरेशन में मारे गए लोगों को साका यानी शहीद नहीं कहा। हालांकि सिख समुदाय द्वारा पहले से ही उक्त हमले में मारे गए लोगों के लिए “साका” शब्द का इस्तेमाल किया जाता रहा है।
क्या है ऑपरेशन ब्लू स्टार?
ऑपरेशन ब्लू स्टार भारतीय इतिहास की सबसे संवेदनशील घटनाओं में से एक मानी जाती है। जून 1984 में इस ऑपरेशन को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य अमृतसर के गोल्डन टेंपल में छिपे संत जरनैल सिंह भिंडरांवाले और उसके समर्थकों को बाहर निकालना था, जो भारी मात्रा में हथियारों के साथ मौजूद थे और वहां से अलग खालिस्तान देश की मांग कर रहे थे। भारतीय सेना ने दरबार साहिब में घुसकर आतंकियों से मुकाबला किया, जिस दौरान कई सैंकड़ों लोगों की जांन ली गई।