मध्य प्रदेश के बालाघाट के ग्राम पंचायत सेवती में एक साल पहले जिस मजदूर की मौत हो गई थी. अब उसको पंचायत के सरपंच और सचिव ने मनरेगा निर्माण कार्य में जिंदा बताकर हाजिरी लगा दी. इसका खुलासा तब हुआ, जब उसी पंचायत के ग्रामीणों ने कलेक्टर से जनसुनवाई में फर्जी हाजिरी की शिकायत की. ये कारनामा सुनकर अधिकारी भी हैरान रह गए और उन्होंने जांच के निर्देश दिए.
दरअसल, बालाघाट के किरनापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सेवती से कुछ ग्रामीण कलेक्ट्रेट में आयोजित होने वाली जनसुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचे. ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम पंचायत सेवती की सरपंच किशनाबाई भोडारकर, प्रभारी सचिव श्यामलाल पांचे फर्जी हाजिरी का ऐसा खेल चला रहे हैं कि वह मृतक व्यक्ति को भी मनरेगा में मजदूर बनाकर काम करवाना बता रहे हैं. इसके साथ ही उनके नाम से पैसे भी ले रहे हैं.