छतरपुर: देशभर में मानसून का नजारा साफ देखने मिल रहा है. जबकि मध्य प्रदेश पर तो मानसून की मेहरबानी कुछ ज्यादा ही देखने मिल रही है. पूरे एमपी में मूसलाधार बारिश हो रही है. जिससे कई जिले जहां बाढ़ की चपटे में हैं, तो कई जिलों में घरों-दुकानों और ऑफिसों में पानी भर रहा है. वहीं नदी-नालों के उफान की खबरें तो हम रोजाना ही पढ़ रहे हैं. इसी तरह छतरपुर जिले की अगर बात करें तो यहां लगातार 20 घंटे से आफत की बारिश हो रही है. हालात यह हैं कि लोगों का आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
छतरपुर में 20 घंटे से लगातार हो रही बारिश
छतरपुर जिले में लगातार 20 घंटे से हो बारिश हो रही है. बारिश ने पिछले 20 घंटों में जो तांडव मचाया है, उसकी तबाही का मंजर लोगों के घरों-दुकानों और उनके हालात देखकर साफ समझ आ रहा है. जिले के अलग-अलग स्थानों से ऐसी कई तस्वीरें सामने आई हैं, जो चौंकाने और विचलित करने वाली है. कहीं भारी बारिश से कच्चे मकान धराशायी हो गए, तो कई घर तालाब बन गए हैं. कॉलोनियों कमर तक पानी भरा हुआ है.
घरों में घुसा पानी, मकान गिरने से बच्ची की मौत, मां जख्मी
खेतों में पानी भरे होने से किसानों की फसल तबाह हो गई है. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों को मुख्यालयों से जोड़ने वाले सभी मार्ग बन्द हो गए हैं. भारी बारिश को देखते हुए छतरपुर कलेक्टर ने एहतियातन कक्षा 1 से 12 तक की छुट्टी के निर्देश जारी कर दिए हैं. जबकि ओरछा के ढिलापुर गांव में रहने वाली रंजना अहिरवार अपनी बेटी के घर में सो रही थी, तभी आधी रात को उनका मकान भरभरा कर गिर गया. घटना में रंजना की बेटी की मौत हो गई. जबकि मां रंजना जख्मी है. एक और घटना में एक युवक की भी मकान के गिरने से मौत हो गई.
बाढ़ में फंसे 200 परिवार
छतरपुर जिले से लगा धमची गांव डूब में आ गया है. लोग घर की छतों पर बैठे हैं. ऐसे करीब 200 परिवार बाढ़ में फंसे हुए हैं. धमोरा, ढिलापुर गांव में पानी घुस गया है. सड़क पर रखे दोपहिया और चारपहिया वाहन डूब गए हैं. वहीं बाढ़ के हालातों को देखते हुए प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम को तैनात कर दिया है.
बाढ़ में फंसे 16 लोगों का किया रेस्क्यू
मामले में छतरपुर एसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि “रामपुर, ढिलापुर, नंदगाय सलैया और सरानी गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. धमची में नायाब तहसीलदार रितु की निगरानी में रेस्क्यू टीम काम कर रही है. बीडी कॉलोनी में नाले में तेज बहाव के कारण फंसे लोगों की मदद के लिए तहसीलदार और नगर पालिका की टीम भेजी गई है. प्रशासन ने हमा गांव में 8 लोगों और दूसरे गांव से 6 लोगों सहित कुल 14 लोगों को रेस्क्यू कर बचाया है. सरानी गांव की स्थिति पर नजर रखने पटवारी को भेजा गया है.इसके अलावा एसडीएम अखिल राठौर को एक युवक के डूबने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस टीम ने पहुंचकर युवक को बचाया. युवक भोपाल निवासी गोपाल विश्वकर्मा है, जो गोविंदपुरा इलाके का रहने वाला है.” छतरपुर जिले के संजय नगर के पास बना टोल प्लाजा भी बाढ़ की चपेट में आ गया है. रोड पर बना टोल आधा डूब गया है. इलाके से निकलने वाली उर्मिल नदी अपना रोद्र रूप दिखा रही है.
छतरपुर में 8 इंच बारिश की चेतावनी, SDM की अपील
वहीं 17 जुलाई को धसान नदी में जलस्तर बढ़ने से बानसूजारा बांध के 3 गैट रात 11 बजे खोले गए थे. इससे 180 घन मीटर प्रति सेकेंड पानी छोड़ा गया है और नदी का जलस्तर 5 से 8 फीट तक बढ़ने की आशंका है. भोपाल के डिप्टी रिलीफ कमिश्नर ने वायरलेस संदेश जारी कर छतरपुर जिले में 204.5 मिमी (8 इंच) बारिश होने की चेतावनी जारी की है. एसडीएम ने लोगों से अपील है कि अपने आप को बचाएं, अगर मकान कमजोर है, तो किसी ओर के मकान में जाएं. ऊंचाई पर जाएं और नदी नालों से दूर रहे. पानी कभी भी बढ़ सकता है.